वसुधैवकुटुम्बकम् प्राचीन भारतीय सनातन धर्म के अनुयायियों की मूल संस्कार तथा विचारधारा है। जो ‘‘मोक्षदायी’’ योग्यता धारण कराने वाला है। सम्पूर्ण पृथ्वी के मानवों को अपना एक परिवार मानना तथा सुख-दुख में सम्मिलित होना ही वसुधैवकुटुम्बकम् का मूल स्वरूप है। जिसमें आतंकवाद, अलगाववाद, नक्सली, मानवबम, बेरोजगारी, अभावग्रस्तता तथा गरीबी सहित कोई भी मानवनिर्मित भौतिक समस्या ही विश्व में नहीं रहेगी।